इंडियन बाज़ न्यूज़……… शेख मुस्ताक

रायपुर। ग्रीन आर्मी संस्था कर रही प्रदेश स्तर पर वृक्षारोपण,संस्था सदस्य रायपुर के साथ-साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों में वृक्षारोपण कर चुकी है। मिडिया प्रभारी शशीकांत यदु ने बताया कि इस कडी में संस्था शासकीय प्राथमिक शाला तंेदुआ, चौघड़ीया तालाब, डीडीयू नगर सखी सहेली गार्डन, प्रियदर्शनी नगर, गजराजबांध बोरीयाखूर्द, दिनेश फार्म हाउस परसदा, दिव्यांग पब्लिक स्कूल न्यू राजेंद्र नगर, बोईर तालाब देवपुरी, बाल आश्रम माना ,गुरुद्वारा अमलीडीह, पार्क रेजीडेंसी तेलीबांधा, प्राथमिक पाठशाला मठपुरैना, न्यूटेक पब्लिक स्कूल,गुढ़ीयारी, पैलोटी कालेज विधान सभा रोड, फूंडहर, रहेजा ग्रुप,, भाठापारा शंकर नगर, टाटीबंध, रायपुर के विभिन्न स्थानों सहीत प्रदेश के अन्य जिलों खैरागढ़,भांठापारा, कोरबा,धमतरी, अमलेश्र दुर्ग, कुम्हारी, लोरमी मंुगेली जिला, राजीम गरियाबंध छत्तीसगढ़ विभिन्न जिलों में वृक्षारोपण कर चुकी है।

स्कूली बच्चों को प्रशिक्षण एवं वृक्षारोपण

बच्चे देश का भविष्य होते है इनके साथ मिलकर वृक्षोरापण करने से इनके मनोपटल में पर्यावरण संरक्षण का बिज बोया जा सकता है। जिससे बच्चे बचपन से ही वृक्षारोपण के महत्व को जाने समझे और पर्यावरण संरक्षण को बढावा मिल सके, इसीलिये संस्था स्कूली बच्चों को लेकर वृक्षारोपण के साथ इन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान करती है।

संस्था दे रही वाटर हार्वेस्टींग को बढ़ावा

ग्रीन आर्मी ब्लूविंग वाटर हार्वेस्टींग को बढ़ावा देने के लिये लगातार कार्य कर रही है, यहां हो चूके वाटर हार्वेस्टींग हरीश कोटक जी-फाफाडीह, संतीष दुबे-देवपुरी आमातालाब, शरद गुप्ता अमलीडीह, इसके आलाव ग्रीन आर्मी से श्रीमति मोनिका बागरेचा एवं भारती श्रीवास्तव ने बताया कि संस्था इस ओर निरंतर प्रयासरत है, हम शासन प्रशासन के साथ मिलकर भी कार्य कर रहे है, जल्द से जल्द वाटर हार्वेस्टींग की संख्या में बढोत्तरी होगी।

पर्यावरण, जिसमें हवा, पानी, मिट्टी और पारिस्थितिकी तंत्र शामिल हैं, पृथ्वी पर जीवन का आधार है। हालाँकि, मानवीय गतिविधियों ने इस नाजुक संतुलन पर बहुत दबाव डाला है, जिससे व्यापक पर्यावरणीय गिरावट हुई है। संस्था रायपुर अध्यक्ष श्री गुरदीप टूटेजा ने कहा कि वृक्ष एक प्राकृतिक वेंटीलेटर है, किन्तु दुर्भाग्य की बात है जो वृक्ष इंशानों, जिव-जन्तुओं को सुरक्षा प्रदान करती है वही इंशान पर्यावरण का नाश कर रहीे है। इसलिये जरूरी है हम मौजूदा मुद्दों की गंभीरता को पहचानें और अपने ग्रह और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रभावों को कम करने के लिए ठोस प्रयास करें एवं ज्यादा से ज्यादा वृक्षरोपण करेें।

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